मिलिए, विकास दुबे को उज्जैन में गिरफ्तार करने वाली टीम के सदस्य और सारण के लाल से
मिलिए, विकास दुबे को उज्जैन में गिरफ्तार करने वाली टीम के सदस्य और सारण के लाल से
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य अभियुक्त विकास दुबे ने सरेंडर किया तो बिहार के सारण जिले के मांझी प्रखंड के लोग भी खुशियां मना रहे है । वजह है सरेंडर करने वाले विकास का उज्जैन पुलिस के हाथ लगना।
दरअसल उज्जैन के पुलिस कप्तान सारण के लाल हैं। बता दें कि विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए यूपी की योगी सरकार ने पुलिस की साठ टीमें गठित कर रखी थीं। बावजूद इसके विकास दुबे यूपी की सीमा लांघ कर उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर तक किसी तरह पहुंच गया। मंदिर तक पहुंचने के बाद उसने खुद सरेंडर किया अथवा उसे स्थानीय प्रशासन ने सरेंडर करने के लिए मजबूर किया इस मुद्दे पर समूचे देश में बहस छिड़ी है। हालांकि इस बात की जोरदार चर्चा है कि उज्जैन के एसपी और मांझी के मुबारकपुर निवासी स्व शिवयत्न सिंह के बेटे मनोज सिंह के कुशल नेतृत्व में उनकी टीम ने विकास दुबे को सरेंडर करने के लिए मजबूर कर दिया। एसपी मनोज सिंह और उनकी टीम को लेकर मांझी प्रखंड के लोग खुद को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं।
बड़े ही सहज स्वभाव के हैं मनोज
बेहद मिलनसार स्वभाव के चलते वे जब भी घर मुबारकपुर आते हैं तो गांव वालों से घुल मिल जाते है। बाग बगीचा में घूमना, सबसे बातें करना, सत्तू खाना, अष्टयाम कीर्तन में गाना बजाना उनके स्वभाव में शामिल है। वे जहां भी ड्यूटी पर तैनात रहे हैं वहां सारण जिले के लोगों की खूब सहायता की है। गांव जवार के लोगों से मिलकर वे बहुत प्रसन्न होते हैं